माँ बगलामुखी शत्रु विनाशक कवच – शत्रु बाधा, कोर्ट केस व तंत्र से सुरक्षा के लिए
ध्यान और मंत्र साधना: साधकों को ध्यान और मंत्र साधना के माध्यम से अप्सरा देवियों के संग संवाद करने का अभ्यास कराया जाता है। ध्यान में साधक अप्सरा देवियों के रूप, गुण, और स्वरूप का ध्यान करते हैं और मंत्र जाप के द्वारा उनके संग संवाद करने का प्रयास करते हैं।
कामेच्छी अप्सरा साधना परिचय- अमराबती स्वर्गलोक के देबराज इन्द्र की राजधानी का ऐश्वर्य बहाँ की १६,१०८ अप्सराओं की कृपा का प्रसाद कहा जाता है । इन १६,१०८ में से १०८ अप्सराएं तो इन्द्र भगबान ने बेदों की १०८ ऋचाओं की साधना करके स्वयं प्रकट की थीं । इन १०८ की नायिका मेंनका और रम्भा आदि हैं । नर नारायण की तपस्या से डरकर इन्द्रदेब ने रम्भा, मेंनका आदि १६ प्रमुख अप्सराएं भेजीं । तब नर ने क्षुब्ध होकर अपनी दायीं जंघा पर हथेली मारकर उर्बशी आदि १६००० अप्सराएं उत्पन्न करके इन्द्र के पास भेज दीं ।
In these texts, Apsaras are portrayed as entertainers within the courtroom of your gods, frequently connected to elegance, sensuality, along with the arts. The observe of Apsara Sadhana seeks to tap into their ethereal attributes to improve one’s existence.
१८ से लेकर ६०-७० वर्ष के बीच के व्यक्ति अप्सरा साधना कर सकते हैं।
In advance of embarking on Apsara Sadhana, it is important to refer to experienced practitioners or tantrics who can offer assistance and aid. Astrologer Ayush Rudhra Ji makes a speciality of spiritual methods and may help you navigate this complicated terrain safely and securely.
आत्म-समर्पण और सेवा: अप्सरा साधना में साधकों को आत्म-समर्पण और सेवा की भावना से प्रेरित किया जाता है। इसके माध्यम से साधक अप्सरा देवियों के संग संवाद करते हैं और उनसे आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करते हैं। सेवा के माध्यम से साधक अप्सरा देवियों की भक्ति का अनुभव करते हैं और उनके संग संवाद करने का अवसर प्राप्त करते हैं।
आकार: अप्सराएं आमतौर पर मानव आकार में होती हैं, लेकिन उनकी आकारिक सौंदर्यता अत्यधिक होती है। उनकी ऊर्वसी शक्तियां उन्हें सुंदरता और आकर्षण में अनुभव कराती हैं।
इन अंतरों के बावजूद, दोनों अप्सराओं और परियों में आध्यात्मिक मानवता के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं और साधकों को आत्मिक उत्थान की दिशा में मार्गदर्शन करती हैं।
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इन सभी लाभों के साथ, अप्सरा साधना साधक को आत्मिक शांति, संतुलन, और समृद्धि का अनुभव कराती है जो कि उसे आत्मिक संवाद के माध्यम से click here मिलता है। इस साधना में विशेष तरीके से आनंद, समृद्धि, और स्वास्थ्य के लिए आत्मा को प्रकट करने का मार्ग दिखाया जाता है।
आत्मिक अशांति: अप्सरा साधना के अभ्यास में लगाव अत्यधिक होने पर, आत्मिक अशांति या मानसिक अस्थिरता का सामना किया जा सकता है।
संकट मोचन हनुमान अष्टक: चमत्कारी अनुभव और आध्यात्मिक शक्ति का प्रबल संगम